फ्रॉड कॉल या फर्जी SMS आए तो क्या करें? जानिए IT Act और साइबर सेल में शिकायत का तरीका
मोहित गौतम (दिल्ली) : आजकल हर किसी के फोन पर कभी न कभी फर्जी कॉल या SMS जरूर आते हैं—कहीं बैंक खाता अपडेट करने के नाम पर, तो कहीं लॉटरी या इनाम जीतने के बहाने। कई बार ये ठगी के नए‑नए तरीके अपनाते हैं। सवाल है: अगर आपके पास भी ऐसा फ्रॉड कॉल या मैसेज आए तो क्या करें? और कानून आपको क्या अधिकार देता है?
धोखाधड़ी की कोशिश फोन पर भी अपराध है
IT Act 2000 के तहत ऑनलाइन और मोबाइल नेटवर्क के ज़रिए की गई ठगी या फर्जीवाड़ा भी अपराध की श्रेणी में आता है। IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) भी लागू हो सकती है। चाहे पैसा गया हो या सिर्फ़ धोखाधड़ी की कोशिश हुई हो—दोनों में शिकायत कर सकते हैं।
क्या करें जब फ्रॉड कॉल या SMS आए?
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कॉल/मैसेज का जवाब न दें, लिंक या OTP बिल्कुल न शेयर करें
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उस नंबर का स्क्रीनशॉट और कॉल/मैसेज का सबूत सुरक्षित रखें
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अपने बैंक या सेवा प्रदाता को तुरंत सूचित करें, ताकि अकाउंट ब्लॉक/फ्रीज हो सके
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नजदीकी साइबर सेल या पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करें
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cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत भी कर सकते हैं
साइबर सेल में शिकायत कैसे करें?
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साइबर क्राइम वेबसाइट (cybercrime.gov.in) पर लॉगिन करें
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“Report Other Cybercrime” पर क्लिक करें
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अपना मोबाइल नंबर, ईमेल, राज्य, विवरण और सबूत (screenshot या डॉक्युमेंट) अपलोड करें
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Reference number नोट करें—इससे आगे शिकायत की स्थिति जान सकते हैं
कब शिकायत करना ज़रूरी है?
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बैंक अकाउंट से पैसे कट जाएँ
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किसी लिंक पर क्लिक कर निजी जानकारी दे चुके हों
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किसी को OTP, कार्ड डिटेल, UPI पिन बता दी हो
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सिर्फ़ फ्रॉड की कोशिश दिखे तब भी शिकायत कर सकते हैं, ताकि गिरोह तक पहुँचा जा सके
बचने के लिए क्या करें?
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अनजान नंबर की कॉल/मैसेज पर भरोसा न करें
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किसी को भी OTP, CVV या इंटरनेट बैंकिंग पासवर्ड न दें
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“DND” सेवा एक्टिव करें
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समय‑समय पर अपने खाते का स्टेटमेंट चेक करें
निष्कर्ष
फ्रॉड कॉल या SMS से डरें नहीं, बल्कि सतर्क रहें। धोखाधड़ी के मामले में कानूनी कार्रवाई करना हर नागरिक का हक़ है। आपकी एक शिकायत कई लोगों को ठगी से बचा सकती है।